CM Ladli Bahna Yojana : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा शुरू की गई योजना के तहत अब तक मध्य प्रदेश की एक करोड़ से ज्यादा लाडली बहनाओं को हर महीने 1250 रुपये की आर्थिक सहायता मिल रही है , सरकार ने दीपावली भाई दूज के अवसर पर बहनों को मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। किसी भी सरकार की ओर से जारी किए गए नए आंकड़ों के मुताबिक खुलासा हुआ है की मध्य प्रदेश की 10000 से ज्यादा लाडली बहनों को योजना से बाहर कर दिया गया है , अब इन लाडली बहनों को सितंबर महीने मिलने वाली 28वीं किस्त 1250 रुपए नहीं मिलेगी। आईए जानते हैं अब तक कितनी महिलाओं का काटा गया नाम और क्या है वजह ?
3 लाख से ज्यादा लाडली बहनों को अब नहीं मिलेगा 1500 रुपये
मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से अभी , दीपावली के भाई दूज से मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी की जाने वाली है , इसी बीच अब मध्य प्रदेश की 3.92 लाख से ज्यादा महिलाओं को लाभार्थी सूची से हटाया जा चुका है , अभी हाल ही में मिले आंकड़ों के मुताबिक 10000 से ज्यादा बहनों को योजना से बाहर कर दिया गया है। ऐसा किस लिए किया गया है इसकी भी जानकारी साझा की गई है।
जाने किन वजहों से कितनी महिलाओं का हटाया गया नाम
अब तक Mukhyamantri Ladli Bahna Yojana के तहत कितनी महिलाओं को किन वजह से लाडली बहना योजना से नाम हटाया गया है इसकी जानकारी नीचे देख सकते हैं।
क्रम स | नाम हटने के कारण | कुल हटाए महिलाओं की संख्या |
---|---|---|
1 | 60 वर्ष से अधिक आयु | 10,963 |
2 | अपात्र पाई गई महिलाएं | 690 |
3 | लाभ का परित्याग करने वाली महिलाएं | 890 |
4 | मृत्यु | 646 |
5 | समग्र पोर्टल से हटाई गई महिलाएं | 426 |
6 | आधार से समग्र डि-लिंक | 505 |
7 | कुल अपात्र घोषित महिलाएं (पिछले कुछ महीनों में) | 3,92,912 |
अगर लाडली बहना योजना से हटाया गया नाम तो क्या करें ?
अगर आपका भी नाम लाडली बहना योजना से हटाया गया है तो इसके लिए सबसे पहले आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या पंचायत कार्यालय पर संपर्क करें , अगर आपकी उम्र 60 वर्ष से कम है फिर भी नाम कट गया है तो इसका आपत्ति दर्ज करें, कई बार आधार कार्ड और समग्र आईडी कार्ड आपस में लिंक ना होने की वजह से नाम कट जाते हैं ऐसे में आप पता करें और इसी लिंक करें। अंत में आप लाडली बहना योजना के हेल्पलाइन नंबर या विभागीय हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें और अपनी समस्या बताएं।
यह भी समस्याएं आई सामने
समग्र पोर्टल पर आधार और समग्र ID का कनेक्शन टूटने से महिलाओं को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई महिलाएं आधार से समग्र डि-लिंक होने के कारण सूची से बाहर हो रही हैं। जब आधार और समग्र ID का कनेक्शन टूट जाता है, तो सिस्टम लाभार्थी की पहचान सत्यापित नहीं कर पाता, जिससे DBT अटक जाता है और महिला को अपात्र मान लिया जाता है।